Page 115 - CITS - Dress Making - TP (Volume 2) - Hindi
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ड ेस मेिकं ग - CITS
कारण (Causes)
िछ आमतौर पर कपड़े पर आक क कट या फटने के कारण होते ह । िनमा ण के दौरान कपड़े के फटने के िलए टू टी ई सुई या खुरदरे यांि क भाग
आम तौर पर िज ेदार होते ह ।
रोकथाम (Prevention): भिव म िछ होने से रोकने के िलए यह सुिनि त कर िक आपके आपूित कता के पास उ ादन से पहले सुइयों और मशीनरी
की िनयिमत जांच करने की व था हो।
13 दोषपूण से ेज (कट, वे ड या ी ) (Defective Selvage (Cut, Waved Or Creased)
से ेज कपड़े के एक टुकड़े का घना बुना आ िकनारा होता है। बुने ए कपड़ों के संदभ म अ र इ ेमाल िकया जाने वाला से ेज कपड़े को उखड़ने
या उखड़ने से बचाने के िलए होता है। (Fig 13)
से ेज कई तरह से दोषपूण हो सकता है, िजसम कट, वे ड या ी शािमल है। कटे ए से ेज को टू टा आ से ेज या फटा आ से ेज भी कहा
जा सकता है।
कारण (Causes)
दोषपूण से ेज के िलए दो मु दोषी ह :
• बुनाई के दौरान गलत लूम एडज म ट
• अनुिचत िकनारा िनमा ण
रोकथाम (Prevention): लूम को सही ढंग से एडज करना और कपड़े के िकनारों को ठीक से बनाना इस दोष को रोक सकता है।
14 ैग (Snags)
ैग यान का एक िह ा होता है िजसे गलती से सतह से खींच िलया जाता है या उखाड़ िदया जाता है। आमतौर पर यह कपड़े की सतह के ऊपर यान
के एक बड़े लूप के प म िदखाई देता है। (Fig 13)
ताना (वाप ) बुनाई म , ैग वेल िदशा म होता है। बाने (वे ) की बुनाई म , ैग कोस िदशा म होता है।
कारण (Causes)
िनरंतर िफलाम ट यान के मामले म , ैिगंग आमतौर पर बुनाई के दौरान यांि क तनाव के कारण होता है। नुकीले िबंदु और व ुएं िकसी भी समय कपड़े
को ैग कर सकती ह । िकसी भी नुकीले िबंदु की पहचान करने और उसे ठीक करने के िलए सभी सं रण मशीनों पर कपड़े के संपक िबंदुओं का
िनरी ण कर ।
रोकथाम: कु छ कपड़े अपनी संरचना के कारण दू सरों की तुलना म ैिगंग के िलए अिधक वण होते ह । ैिगंग के िलए कपड़े के ितरोध को िनधा रत
करने के िलए आप मेस ैग टे कर सकते ह । इस परी ण के दौरान, एक छोटी सी मेस (एक नुकीली ग द) वा िवक पहनने और ैिगंग की
भिव वाणी करने के िलए कपड़े के नमूने पर बेतरतीब ढंग से ट ैक करेगी।
15 मोटा थान/पतला थान (Thick Place/Thin Place)
ये आस िनमा ण की तुलना म कपड़े की उप थित म अनजाने म होने वाले प रवत न ह । यिद मोटा या पतला थान एक इंच से अिधक चौड़ा है, तो इसे
आमतौर पर कपड़े के िनरी ण म एक मुख दोष के प म वग कृ त िकया जाता है। (Fig14)
Fig 13 Fig 14
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