Page 7 - CITS - Dress Making - TP (Volume 1) - Hindi
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अतुल कु मार ितवारी, I.A.S.        FOREWORD
                 सिचव                                                             GOVERNMENT OF INDIA

                 ATUL KUMAR TIWARI, I.A.S.                                   MINISTRY OF SKILL DEVELOPMENT
                                                                                 AND ENTREPRENEURSHIP
                 Secretary









                                                         ा थन


           आज की तेजी से िवकिसत होती दुिनया म , कु शल कारीगरों और मिहलाओं की भूिमका पहले से कहीं अिधक मह पूण  है। िश  अनुदेशक  िश ण
           योजना (CITS) इस प रवत न म  सबसे आगे है, जो ऐसे िश कों को आकार दे रही है जो कारीगरों और तकनीिशयनों की अगली पीढ़ी को  िशि त कर गे।
           इस पु क का उ े  िवषय की गहन समझ  दान करना, इसके  मह , काय  णाली और  ावसाियक  िश ण पर इसके   भाव की खोज करना है।
           िश  अनुदेशक  िश ण योजना की  थापना औ ोिगक  िश ण सं थानों और अ   ावसाियक  िश ण सं थानों म  िश ा की गुणव ा बढ़ाने के
           उ े  से की गई थी। अनुदेशकों को उ त कौशल और  ान से लैस करके , योजना यह सुिनि त करती है िक वे अपने छा ों को उ -गुणव ा वाला
            िश ण देने के  िलए अ ी तरह से तैयार हों। यह बदले म , आधुिनक उ ोग की मांगों को पूरा करने म  स म एक उ  कु शल काय बल के  िनमा ण म
           योगदान देता है।

           शु आती अ ाय िवशेष अनुदेशक  िश ण के  मह  को  दान करते ह । इसके  बाद, िव ृत अ ाय उ त तकनीकों, सुर ा  ोटोकॉल और अनुदेशा क
           रणनीितयों को कवर करते  ए पा  म म  त ीन करते ह ।   ेक अनुभाग सै ांितक अंत  ि  और  ावहा रक अनु योग दोनों  दान करने के  िलए
           िडज़ाइन िकया गया है, जो िवषय की अ ी समझ सुिनि त करता है।

           पु क म  बाधाओं पर काबू पाने और काय  म की  भावशीलता को बढ़ाने के  िलए िसफा रश  दी गई ह , िजसका अंितम ल  भिव  के  काय बल को
           आकार देने म  स म उ  कु शल  िश कों को तैयार करना है।
           यह पु क िविवध पाठकों के  िलए है, िजसम  वत मान और इ ु क  िश क,  ावसाियक  िश ण  शासक, नीित िनमा ता और उ ोग िहतधारक शािमल
           ह । यह िवषय की जिटलताओं और  ावसाियक िश ा म  इसकी मह पूण  भूिमका को समझने के  िलए एक मू वान संसाधन के   प म  काय  करता है।

           म  उन सभी योगदानकता ओं के   ित अपना हािद क आभार    करता  ँ िज ों ने अपने अनुभव और िवशेष ता को साझा िकया है, इस पु क को
           अपनी ब मू  अंत  ि  से समृ  िकया है। िवकास टीम, समी कों और NIMI के  योगदान के  िलए िवशेष ध वाद िज ों ने आव क डेटा और संसाधन
            दान करते  ए इस  यास का समथ न िकया है।

           मुझे पूरी उ ीद है िक यह पु क  ावसाियक  िश ण को बढ़ाने के   यासों म  पाठकों को  े रत और माग दश न करेगी, अंततः एक कु शल और स म
           काय बल के  िवकास म  योगदान देगी।









                                                                                       अतुल कु मार ितवारी, I.A.S.
                                                                                       सिचव, MSDE













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