Page 265 - CITS - Electrician - TT (Volume 1) - Hindi
P. 265
इले ीिशयन - CITS
Fig 1
ित यूिनट ितबाधा के ािलटी कारक (अथा त िति या और रेिज स का अनुपात) म अंतर के प रणाम प करंटओं के फे ज कोण का िवचलन
होता है, िजससे एक ट ांसफाम र संयु आउटपुट की तुलना म हाई और दू सरा कम पावर कारक के साथ काम करेगा।
टिम नलों या ुवता का स ापन (Verification of terminals or Polarity):
जब दो या अिधक ट ांसफाम रों को उनके ाइमरी और सेक डरी प ों पर समानांतर प से जोड़ा जाना हो, तो के वल समान ुवता वाले टिम नलों को ही
आपस म जोड़ा जा सकता है, अ था वाइंिडंग के बीच भारी प रसंचारी करंट उ होगी।
ुवता िनधा रत करने की मानक ि या नीचे बताई गई है:-
• हाई वो ेज वाइंिडंग के एक िसरे को िन वो ेज वाइंिडंग के एक िसरे से जोड़ जैसा िक Fig 2a म िदखाया गया है।
• दो ओपन िसरों के बीच एक वो मीटर जोड़ ।
• हाई या लो वो ेज वाइंिडंग म से िकसी पर भी वाइंिडंग के रेटेड वो ेज से अिधक वो ेज लागू न कर ।
यिद V , V से कम पढ़ता है (Fig 2a) तो ाइमरी और सेक डरी emf िवपरीत िदशा म ह । ाइमरी पर अंकन +ve प के िलए A और –ve प के िलए
1
2
1
A होगा और सेक डरी के +ve प के िलए a1 और –ve प के िलए a2 होगा। यिद कने न बनाए जाते ह (Fig 2b) तो वो मीटर V , V से अिधक
1
2
2
पढ़ेगा। इस कार यह पता लगाया जाता है िक िवपरीत छोर जुड़े ए ह ।
यिद ट ांसफाम र के एक तरफ समान िसरे हों (Fig 3a) तो ुवता अंकन को घटाव ुवता अंकन कहा जाता है, दू सरी ओर यिद िवपरीत िसरे एक तरफ
हों ( Fig 3b) तो ुवता अंकन को योगा क ुवता अंकन कहा जाता है।
Fig 2 Fig 3
253
CITS : पावर - इले ीिशयन & वायरमैन - पाठ 41 - 49

