Page 65 - CITS - Electrician - TT (Volume 1) - Hindi
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इले ीिशयन - CITS
हीिटंग इफ़े का इले क करंट (Heating effect of electric current)
जब धातु के कं ड र से करंट वािहत होता है, तो धातु म मु इले ॉन उस छोर से चलना शु करते ह जो कम मता पर होता है। ये गितमान मु
इले ॉन धातु के परमाणुओं से टकराते ह । ेक ट र पर, इले ॉन की गितज ऊजा का एक िह ा गम म प रवित त हो जाता है और धीरे-धीरे
कं ड र का तापमान बढ़ने लगता है। इस कार, इसके मा म से बहने वाले िवद् युत वाह ारा कं ड र म ऊ ा ऊजा के उ ादन को करंट का
ताप भाव कहा जाता है।
जूल का िनयम (Joule s law)
िवद् युत धारा के तापीय भाव का अ यन जे े ॉट जूल ने िकया और उ ों ने उ ऊ ा को भािवत करने वाले िविभ कारकों को ितपािदत
िकया जाता है ।
जूल के िनयम को इस कार कहा जा सकता है: ितरोध (R) के एक चालक म उ ऊ ा (H) की मा ा, जब एक धारा (I) एक समय (t) के िलए उसम
से वािहत होती है, सीधे आनुपाितक होती है:
धारा का वग ,
चालक का ितरोध,
वह समय िजस पर धारा वािहत होती है
जूल के िनयम के अनुसार उ ऊ ा,
H ∞ I²Rt
जहाँ
I धारा है,
R ितरोध है
T ितरोध है
मान लीिजए िक V ितरोध R के एक चालक के दो टिम नलों के बीच लगाया गया िवभवांतर है,
तो धारा I = V/R
यिद धारा I को चालक से समय t के िलए वािहत िकया जाता है,
तो आवेश Q = It
िवभवांतर आवेश Q के वाह के दौरान िकया गया काय (w) है, जो इस कार िदया जाता है:
काय = िवभवांतर X आवेश
W = V.Q
V = IR और Q = It
तो W = I²Rt
जब चालक से धारा वािहत होती है, तो िकया गया काय (I²Rt) ऊ ा म प रवित त हो जाता है।
इस कार उ ािदत ऊ ा, H = I²Rt जूल (धारा I ए ीयर म , ितरोध ओम म और समय सेकं ड म है)
आमतौर पर ऊ ा ऊजा को कै लोरी म िकया जाता है
I²Rt
H = कै लोरी,
J
जहाँ J जूल थरांक या ऊ ा का यांि क तु ांक है
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CITS : पावर - इले ीिशयन & वायरमैन - पाठ 13 - 19

