Page 80 - CITS - Electrician - TT (Volume 1) - Hindi
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इले  ीिशयन - CITS




           चािज ग के  दौरान (During charging)
           चािज ग के  दौरान िवद् युत धारा इले  ोलाइट से होकर धना क  ेट से ऋणा क  ेट की िदशा म   वािहत होती है। यह धारा इले  ोलाइट को
           पोटैिशयम आयनों (k+) और हाइड  ॉ ाइड आयनों (OH-) म  िवभािजत कर देती है। k+ आयन ऋणा क  ेट की ओर बढ़ते ह  और OH- आयन
           धना क  ेट की ओर बढ़ते ह ।

           •  K+ आयन -ve  ेट की ओर बढ़ते ह  और OH- आयन +ve  ेट की ओर जाते ह

           +VE PLATE :

           Ni(OH)2 +     2OH → Ni(OH)4
           (िनकल का िनचला हाइड  ॉ ाइड) (पोटेिशयम का हाइड  ॉ ाइड) (िनकल हाइड  ॉ ाइड)

           - VE PLATE :

           Fe(OH)2 + 2K → Fe + 2KOH
           (फे रस हाइड  ॉ ाइड) (पोटेिशयम) (लोहा) (पोटेिशयम हाइड  ॉ ाइड)

           चािज ग और िड चािज ग के  दौरान रासायिनक ि या को एक ही समीकरण म  अिभ   िकया जा सकता है।





































           •  यह देखा गया है िक  िति या म  कोई पानी नहीं बनता है। इसिलए चािज ग और िड चािज ग के  दौरान िविश  गु   अप रवित त रहता है।

           •  तािक सेल को लंबे समय तक पूरी तरह िड चाज  अव था म  रखने पर नुकसान न प ंचे
           िवशेषताएँ  (Characteristics)

           •  Emf पूरी तरह से चाज  अव था ----- 1.4 v

           •  िड चाज  होने पर 1.2 V तक प ँच जाता है

           •  Emf पूरी तरह से िड चाज  अव था ----- 1.15 v
           •  यांि क श   अ ी होती है  ों िक वे  ील से बने होते ह ।




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                                        CITS : पावर - इले  ीिशयन & वायरमैन - पाठ 13 - 19
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