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इले   ॉिन  मैके िनक - CITS




           6  ऑनलाइन सुर ा (Online Safety): मजबूत पासवड  का उपयोग कर , िफ़िशंग  यासों और संिद  वेबसाइटों से सावधान रह , अपने सॉ टवेयर
              और एं टीवायरस  ो ाम को अपडेट रख , और ऑनलाइन स  िसिटव इनफाम शन शेयर करने से बच ।

           7  आपातकालीन तैयारी (Emergency Preparedness): भोजन, पानी,  ाथिमक िचिक ा आपूित  और मह पूण  द ावेजों जैसी आव क चीज़ों
              से भरी आपातकालीन िकट रख । िविभ  प र  ों के  िलए आपातकालीन  ि याओं से खुद को प रिचत कर ।

           ये िसफ़   कु छ उदाहरण ह , और िविश  सुर ा उपाय संदभ  और पया वरण के  आधार पर िभ  हो सकते ह । सूिचत रहना, सि य होना और जीवन के  सभी
           पहलुओं म  सुर ा को  ाथिमकता देना मह पूण  है।
            ाथिमक िचिक ा (First AID) :

            ाथिमक िचिक ा से ता य  िकसी ऐसे     को दी जाने वाली त ाल सहायता या उपचार से है जो घायल हो गया हो या अचानक बीमार पड़ गया
           हो। इसका उ े  जीवन को बचाना,   ित को िबगड़ने से रोकना और  रकवरी को बढ़ावा देना है।  ाथिमक िचिक ा म  CPR, घावों पर प ी बांधना,
           एलज   िति याओं के  िलए एिपने ीन जैसी दवाइयाँ देना और संकट म  पड़े     को भावना क सहारा देना जैसी ि याएँ  शािमल हो सकती ह ।
            ोफे शनल िचिक ा सहायता आने तक आपात   ित म   भावी ढंग से  िति या करने म  स म होने के  िलए बेिसक  ाथिमक िचिक ा  ान और
           कौशल होना मह पूण  है।
























            ाथिमक िचिक ा के  सुनहरे िनयम (Golden ruleʼs of first aid) :
            ाथिमक िचिक ा का सुनहरा िनयम है “कोई और नुकसान न प ँचाएँ ।” यह िस ांत ऐसी काय वाही करने के  मह  पर जोर देता है िजससे  ाथिमक
           िचिक ा  ा  करने वाले     की   ित या चोट और खराब न हो। यह सहायता  दान करते समय सुर ा और सतक  ता को  ाथिमकता देने के  िलए
            थम उ रदाताओं का माग दश न करता है।

           First Aid
           1   सभी िचिक ा आपात   ितयों म  एक  व  त  ि कोण का उपयोग कर ।
           2   अपने आप को,  भािवत     को और तीसरे प  को होने वाले जो खमों की पहचान कर  और उनसे बच ।

           3   ज ी से ज ी सहायता का अनुरोध कर  ( ाथिमक िचिक ाकता , AED, आपातकालीन नंबर 144।
           4   “संिद ” रह  और मु   प से मान ल  िक यह कु छ गंभीर है।
           5   िकसी भी अ व ा से ज ी िनपट  और   ित का सामना कर ।

           6   रोगी को इस तरह से रख  िक वे सहज महसूस कर  (संिद  रीढ़ की ह ी की चोट की   ित को छोड़कर)।
           7   के वल एक     को रोगी से बात करने द ।
           8   ब ों के  साथ आपात   ित के  मामले म  ब त ज ी  ोफे शनल सहायता  ा  कर ।

           9   सुिनि त कर  िक नेतृ  हो: एक     को हमेशा नेतृ  करना चािहए।
           10 के वल ए ुल स या टै ी  ारा रोिगयों को ले जाएँ ।



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                                   CITS : इले   ॉिन  & हाड वेयर - इले   ॉिन  मैके िनक - पाठ 1 - 4
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