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इले ॉिन मैके िनक - CITS
2 उपल सोलर िविकरण अ रता (Available solar radiation instability)
िकसी भी सोलर िस म के िलए, मौसम प रवत न िवद् युत ऊजा उ ादन की मा ा को ब त भािवत करेगा। इसिलए, िस म िडज़ाइन को जलवायु और
ान म प रवत न के अनुसार एडज करने की आव कता है।
3 एनज ोरेज आव कताएँ ह (Have energy storage requirements)
कु छ फोटोवो क िस म एनज ोरेज िडवाइस के प म बैटरी का उपयोग करते ह । इससे िस म का फु टि ंट, लागत और क े टी बढ़ जाती है।
4 एिफिशएं सी म सुधार की आव कता है (Efficiency needs to be improved)
PV िस म को लागत- भावशीलता को दशा ने के िलए, हम उपयोग के दौरान उ एनज को िवत रत करने के िलए एक कु शल िविध का उपयोग करने
की आव कता है। हालाँिक, अब उनका उपयोग अ र वैक क अकु शल ए ायंस को पावर देने के िलए िकया जाता है।
5 ान और कौशल की कमी (Lack of knowledge and skills)
फोटोवो क टे ोलॉजी एक उभरती ई टे ोलॉजी है। ासंिगक जानकारी की कमी इसके माक ट और ौ ोिगिकयों के िवकास को सीिमत करती है।
एनज के क शनल और नॉन-क शनल सोस के बीच अंतर (Differences between Conventional and Non-conventional Sources
of Energy):
1 एनज के क शनल सोस कोयला, ऑयल और ाकृ ितक गैस जैसे जीवा ईंधन (फॉिसल ूल) से ा होते ह , जबिक एनज के नॉन- क शनल
सोस सोलर, िवंड, जल, भूतापीय और बायोमास जैसे नवीकरणीय ोतों से आते ह ।
2 पारंप रक ोतों (क शनल सोस ) की उपल ता सीिमत है और वे नॉन- र ूएबल ह , िजसका अथ है िक वे अंततः समा हो जाएंगे, जबिक नॉन-
क शनल सोस चुर मा ा म और नवीकरणीय ह ।
3 क शनल सोस काब न उ ज न और जलवायु प रवत न म मह पूण योगदान देते ह , जबिक नॉन-क शनल सोस म कम या शू काब न उ ज न होता
है, जो उ पया वरण के अनुकू ल बनाता है।
4 क शनल एनज टे ोलॉजी सु ािपत ह और ापक प से उपयोग की जाती ह , जबिक नॉन-क शनल एनज टे ोलॉजी अभी भी िवकिसत हो रही
ह और लोकि यता ा कर रही ह ।
5 क शनल सोस आम तौर पर शु म स े होते ह , जबिक नॉन-क शनल सोस के िलए उ अि म लागत की आव कता होती है, लेिकन वे लॉ ग-
टम सेिवंग दान करते ह ।
6 क शनल सोस ऊजा िवत रत करने के िलए क ीकृ त ि ड पर िनभ र करते ह , जबिक नॉन-क शनल सोस िवत रत एनज िस म के उपयोग को स म
करते ह , िजससे क ीकृ त बुिनयादी ढाँचे (इं ा र) पर िनभ रता कम हो जाती है।
7 क शनल सोस अ र िविश े ों से सीिमत संसाधनों पर िनभ रता के कारण भू-राजनीितक संघष से जुड़े होते ह , जबिक नॉन-क शनल सोस ऐसे
संघष को कम करते ह ों िक उनका ानीय र पर दोहन िकया जा सकता है।
8 क शनल सोस का पया वरण पर मह पूण भाव पड़ता है, िजसम वायु और जल दूषण, आवास िवनाश और संसाधनों की कमी शािमल है, जबिक
नॉन-क शनल सोस का पया वरण पर ूनतम भाव पड़ता है।
9 क शनल एनज को अ ी तरह से ािपत स ाई चैन और जॉब माक ट के साथ एक प रप उ ोग माना जाता है, जबिक नॉन-क शनल एनज
रोजगार के बढ़ते अवसरों के साथ एक बढ़ते उ ोग का ितिनिध करती है।
10 क शनल सोस को िनरंतर िन ष ण और प रवहन की आव कता होती है, जबिक नॉन-क शनल सोस ानीय उ ादन को स म करते ह और
ऊजा तं ता को बढ़ा सकते ह ।
सोलर चाज क ोलर (Solar charge controller)
सोलर पैनल से बैटरी म आने वाले वो ेज और करंट को िविनयिमत करके बैटरी को ओवरचाज होने से बचाने के िलए सौर चाज क ोलर का उपयोग िकया
जाता है। इसे 15-A/200-W यूिनट पर ो ाम िकया गया है और बैटरी की सोलर चािज ग को ित िदन 30% तक बढ़ाने के िलए MPPT (अिधकतम पावर
पॉइंट ट ैिकं ग) का उपयोग करता है
यह िडवाइस आपके सोलर पैनलों से आपकी बैटरी तक पावर ो का बंधन करता है, िजससे ऑ ीमल दश न और दीघा यु सुिनि त होती है।
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CITS : इले ॉिन & हाड वेयर - इले ॉिन मैके िनक - पाठ 90 - 93

