Page 169 - CITS - Electronic Mechanic - TT - Hindi
P. 169

इले  ॉिन  मैके िनक - CITS




           2  उपल  सोलर िविकरण अ  रता (Available solar radiation instability)
           िकसी भी सोलर िस म के  िलए, मौसम प रवत न िवद् युत ऊजा  उ ादन की मा ा को ब त  भािवत करेगा। इसिलए, िस म िडज़ाइन को जलवायु और
            ान म  प रवत न के  अनुसार एडज  करने की आव कता है।

           3  एनज   ोरेज आव कताएँ  ह  (Have energy storage requirements)
           कु छ फोटोवो  क िस म एनज   ोरेज िडवाइस के   प म  बैटरी का उपयोग करते ह । इससे िस म का फु टि ंट, लागत और क  े  टी बढ़ जाती है।

           4  एिफिशएं सी म  सुधार की आव कता है (Efficiency needs to be improved)

           PV िस म को लागत- भावशीलता को दशा ने के  िलए, हम  उपयोग के  दौरान उ   एनज  को िवत रत करने के  िलए एक कु शल िविध का उपयोग करने
           की आव कता है। हालाँिक, अब उनका उपयोग अ र वैक  क अकु शल ए ायंस को पावर देने के  िलए िकया जाता है।
           5   ान और कौशल की कमी (Lack of knowledge and skills)

           फोटोवो  क टे ोलॉजी एक उभरती  ई टे ोलॉजी है।  ासंिगक जानकारी की कमी इसके  माक  ट और  ौ ोिगिकयों के  िवकास को सीिमत करती है।

           एनज  के  क  शनल और नॉन-क  शनल सोस  के  बीच अंतर (Differences between Conventional and Non-conventional Sources
           of Energy):

           1  एनज  के  क  शनल सोस  कोयला, ऑयल और  ाकृ ितक गैस जैसे जीवा  ईंधन (फॉिसल  ूल) से  ा  होते ह , जबिक एनज  के  नॉन- क  शनल
              सोस  सोलर, िवंड, जल, भूतापीय और बायोमास जैसे नवीकरणीय  ोतों से आते ह ।
           2  पारंप रक  ोतों (क  शनल सोस ) की उपल ता सीिमत है और वे नॉन- र ूएबल ह , िजसका अथ  है िक वे अंततः  समा  हो जाएंगे, जबिक नॉन-
              क  शनल सोस   चुर मा ा म  और नवीकरणीय ह ।

           3  क  शनल सोस  काब न उ ज न और जलवायु प रवत न म  मह पूण  योगदान देते ह , जबिक नॉन-क  शनल सोस  म  कम या शू  काब न उ ज न होता
              है, जो उ   पया वरण के  अनुकू ल बनाता है।

           4  क  शनल एनज  टे ोलॉजी सु ािपत ह  और  ापक  प से उपयोग की जाती ह , जबिक नॉन-क  शनल एनज  टे ोलॉजी अभी भी िवकिसत हो रही
              ह  और लोकि यता  ा  कर रही ह ।
           5  क  शनल सोस  आम तौर पर शु  म  स े होते ह , जबिक नॉन-क  शनल सोस  के  िलए उ  अि म लागत की आव कता होती है, लेिकन वे लॉ ग-
              टम  सेिवंग  दान करते ह ।

           6  क  शनल सोस  ऊजा  िवत रत करने के  िलए क   ीकृ त ि ड पर िनभ र करते ह , जबिक नॉन-क  शनल सोस  िवत रत एनज  िस म के  उपयोग को स म
              करते ह , िजससे क   ीकृ त बुिनयादी ढाँचे (इं ा   र) पर िनभ रता कम हो जाती है।

           7  क  शनल सोस  अ र िविश   े ों से सीिमत संसाधनों पर िनभ रता के  कारण भू-राजनीितक संघष  से जुड़े होते ह , जबिक नॉन-क  शनल सोस  ऐसे
              संघष  को कम करते ह   ों िक उनका  ानीय  र पर दोहन िकया जा सकता है।
           8  क  शनल सोस  का पया वरण पर मह पूण   भाव पड़ता है, िजसम  वायु और जल  दूषण, आवास िवनाश और संसाधनों की कमी शािमल है, जबिक
              नॉन-क  शनल सोस  का पया वरण पर  ूनतम  भाव पड़ता है।

           9  क  शनल एनज  को अ ी तरह से  ािपत स ाई चैन और जॉब माक  ट के  साथ एक प रप  उ ोग माना जाता है, जबिक नॉन-क  शनल एनज
              रोजगार के  बढ़ते अवसरों के  साथ एक बढ़ते उ ोग का  ितिनिध  करती है।

           10  क  शनल सोस  को िनरंतर िन ष ण और प रवहन की आव कता होती है, जबिक नॉन-क  शनल सोस   ानीय उ ादन को स म करते ह  और
              ऊजा   तं ता को बढ़ा सकते ह ।
           सोलर चाज  क   ोलर (Solar charge controller)
           सोलर पैनल से बैटरी म  आने वाले वो ेज और करंट को िविनयिमत करके  बैटरी को ओवरचाज  होने से बचाने के  िलए सौर चाज  क  ोलर का उपयोग िकया
           जाता है। इसे 15-A/200-W यूिनट पर  ो ाम िकया गया है और बैटरी की सोलर चािज ग को  ित िदन 30% तक बढ़ाने के  िलए MPPT (अिधकतम पावर
           पॉइंट ट ैिकं ग) का उपयोग करता है

           यह िडवाइस आपके  सोलर पैनलों से आपकी बैटरी तक पावर  ो का  बंधन करता है, िजससे ऑ ीमल  दश न और दीघा यु सुिनि त होती है।


                                                           157

                                  CITS : इले  ॉिन  & हाड वेयर - इले  ॉिन  मैके िनक - पाठ 90 - 93
   164   165   166   167   168   169   170   171   172   173   174