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इले ॉिन मैके िनक - CITS
3 सुर ा जो खम (Security Risks): इंटरनेट से जुड़े ाट TV मैलवेयर, वायरस, हैिकं ग और डेटा उ ंघन जैसे सुर ा जो खमों के ित संवेदनशील
होते ह , खासकर अगर उिचत सुर ा उपायों को लागू नहीं िकया जाता है या िनयिमत प से अपडेट नहीं िकया जाता है।
4 ाइवेसी कं सन (Privacy Concern): ाट TV उपयोगकता ओं की देखने की आदतों, वरीयताओं और वहार के बारे म डेटा कले कर
सकते ह और मै ुफै रर, िव ापनदाताओं और तीसरे प के सिव स दाताओं को भेज सकते ह , िजससे ाइवेसी कं सन और डेटा के दु पयोग
या अनिधकृ त प ँच के संभािवत जो खम बढ़ सकते ह ।
5 िव सनीयता (Reliability): ाट TV ठीक से काम करने के िलए इंटरनेट कने िवटी और सॉ टवेयर अपडेट पर िनभ र करते ह , िजससे
नेटवक आउटेज, सॉ टवेयर गड़बिड़याँ और ऐप और सेवाओं के साथ संगतता सम ाएँ जैसी िव सनीयता संबंधी सम ाएँ हो सकती ह ।
6 सीिमत जीवनकाल (Limited Lifespan): ौ ोिगकी म तेज़ी से हो रही गित, सॉ टवेयर अ चलन और पुराने मॉडलों के िलए बंद हो रहे समथ न
के कारण ट ेिडशनल TV की तुलना म ाट TV का जीवनकाल सीिमत हो सकता है।
3D TV
मूल िस ांत और काय णाली (Basic principal and working)
1 ी रयो िवज़न (Stereo Vision)
• ह्यूमन िवज़न ी रयो िवज़न के मा म से गहराई की धारणा पर िनभ र करती है, जहाँ ेक आँख अपने पृथ रण के कारण थोड़ी अलग
छिव देखती है। ि कोण म यह अंतर म को गहराई का अनुमान लगाने म मदद करता है।
2 गहराई बोध पैदा करना (Creating Depth Perception)
• 3D TV इस िस ांत का उपयोग दो अलग-अलग इमेज को ुत करके करता है, ेक आँख के िलए एक, ी रयो िवज़न भाव का अनुकरण
करता है।
• ये इमेज वा िवक जीवन म बाईं और दाईं आँखों ारा देखे जाने वाले िविभ ि कोणों की नकल करने के िलए थोड़ी ऑफसेट होती ह ।
3 िड े टे ोलॉजी (Display Technology)
• इन अलग-अलग इमेज को दिश त करने के िलए िविभ टे ोलॉजी का उपयोग िकया जा सकता है। एक सामा िविध सि य या िन य
शट रंग िस म वाले िवशेष ासेज का उपयोग करना है।
• ए व शटर ासेज (Active Shutter Glasses): ये ासेज िड े के साथ िसं नाइज़ेशन म बाएं और दाएं ल स को ॉक करने के बीच तेज़ी
से बारी-बारी से काम करते ह , िजससे यह सुिनि त होता है िक ेक आँख सही छिव देख सके ।
• पैिसव पोलराइज़ ासेज (Passive Polarized Glasses): ये ासेज ेक ल स के िलए अलग-अलग ुवीकरण का उपयोग करते ह । TV
ीन बारी-बारी से अलग-अलग ुवीकरण वाली इमेज को दिश त करती है, िजससे यह सुिनि त होता है िक ेक आँख को सही इमेज िमले।
4 कं ट ट ोड न (Content Production)
• TV के िलए 3D कं ट ट म आम तौर पर बाईं और दाईं आँख के ों को कै चर करने के िलए आंखों की दू री पर त दो कै मरों के साथ ों
को शूट करना शािमल होता है।
• पो - ोड न ि याओं म इन ों को संपािदत करना और संरे खत करना शािमल हो सकता है तािक सटीक गहराई की धारणा सुिनि त
की जा सके ।
5 3D कं ट ट दिश त करना (Displaying 3D Content)
• 3D TV बारी-बारी से बाईं और दाईं आँखों के िलए तेज़ी से म म े म दिश त करता है, जो ासेज के साथ िसं ोनाइज़ होता है।
• जब दश क उपयु ासेज पहनता है, तो ेक आँख के वल संगत इमेज देखती है, िजससे गहराई का म पैदा होता है।
6 गहराई की धारणा (Depth Perception)
• म ेक आँख से ा इमेज को जोड़ता है, इमेज म गहराई को समझने के िलए उनके बीच थोड़े अंतर का लाभ उठाता है।
• इससे TV ीन पर गहराई और आयाम वाली व ुओं का म पैदा होता है।
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CITS : इले ॉिन & हाड वेयर - इले ॉिन मैके िनक - पाठ 100 - 107

