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वे र - CITS






























           मेजर वे रएबल (Major Variables): संवेदनशीलता या ब त छोटी असंततता का पता लगाने की  मता आम तौर पर अपे ाकृ त उ  आवृि यों
           (छोटी तरंग लंबाई) का उपयोग करके  बढ़ जाती है। संक , गहराई म  एक साथ करीब असंततता से एक साथ, अलग संके त देने के  िलए िस म की
            मता है।  रज़ॉ ूशन सीधे  ीऑपरेशनल है इसिलए जांच ब डिवड्थ और प  लंबाई से िवपरीत  प से संबंिधत है लेिकन आवृि  से  भािवत नहीं है।

           उ  आवृि यों के  उपयोग से िकसी पदाथ  म   वेश, या अिधकतम गहराई (सीमा िजससे उपयोगी संके त  ा  िकए जा सकते ह ) कम हो जाती है।
           यह  भाव उन धातुओं के  िनरी ण म  सबसे अिधक    होता है िजनम  मोटे दाने की संरचना होती है या िजनम  सू  सम पता होती है,  ों िक
           अ  ासोिनक तरंगों का  कीण न होता है। आवृि  म  कमी के  साथ, अ  ासोिनक िकरण का आकार शू  िकरण  सार के  आदश  से तेजी से अलग हो
           जाता है।

            िनक- ितबाधा (Acoustic-Impedance):  िनक  ितबाधा Zap x V है जहाँ V-वेग और p-, मटे रयल का घन  है
           अ   ासाउंड के  िनयम (Laws Of Ultrasound): सामा  के  अलावा िकसी भी एं गल पर घटना का कोण  ितिबंब के  एं गल के  बराबर होता है
           अपवत न कोण को  ेल के  िनयम के   प म  जाना जाता है और यह है

           Sin A/Sin B=V1/V2]

           A- घटना का कोण, अपवत न की चूड़ी,
           VI- मा म म   िन का वेग!

           V2. मा म म   िन का वेग2

           इसके  अित र , मोड  पांतरण इंटरफ़े स पर होता है जब अनुदै   तरंग अनुदै   और अनु  थ तरंगों के   प म  अपवित त होती है।
            ीणन (Attenuation) : ट ांस ूसर  ारा  ा  की जाने वाली अ  ासोिनक िकरण की यह ती ता  ारंिभक संचरण की ती ता से काफी कम होती
           है। मटे रयल म   िन के  अवशोषण के  कारण ऊजा  म  कमी होती है। इस कं पन को  ीणन के   प म  जाना जाता है।

           जांच (Probes): िनरी ण के  िलए अ  ासोिनक तरंगों का उ ादन और पता लगाना एक ट ांस ूसर त  के  मा म से पूरा िकया जाता है, जो एक
           िडवाइस के  साथ होता है िजसे अ र खोज यूिनट या जांच के   प म  संदिभ त िकया जाता है। खोज यूिनट म  सि य त  एक पीजो इले   क ि  ल है।
           यह ि  ल दबाव लागू होने पर इले   कल  आवेश के  िस ांत पर काम करता है। इसके  िवपरीत, जब कोई इले   कल िवकृ त होता है। अ  ासोिनक
           खोज यूिनट के  िलए उपयोग की जाने वाली पीजो-इले   क मटे रयल के  सबसे आम  कार  ाट् ज, िलिथयम स े ट,  ुवीकृ त िसरेिमक जैसे बे रयम
           टाइटेनेट, ल ड िजरकोनेटेड टाइटेनेट और लेड मेटािनयोबेट ह ।

           जांच के   कार (Probe Types): खोज यूिनट कई  कार और आकार की होती ह । खोज इकाई िनमा ण म  िभ ता म  ट ांस ूसर त  साम ी,
           ट ांस ूसर त  मोटाई, सरफे स  ए रया और आकार; तथा बैिकं ग मटे रयल का  कार और लोिडंग की िड ी शािमल है। मूल  कार सामा  बीम, एं गल
           बीम, और ट ांसमीटर और  रसीवर जांच ह ।





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