Page 37 - CITS - Electrician - TT (Volume 1) - Hindi
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इले   ीिशयन - CITS




            ूट  ॉन (Neutron): इसका   मान  ोटॉन के  बराबर होता है, लेिकन इसम  कोई आवेश नहीं होता। इसिलए परमाणु का नािभक धना क आवेिशत
           होता है।  ोटॉन और  ूट ॉन का योग परमाणु का संपूण  भार होता है और इसे परमाणु भार कहते ह ।
           परमाणु भार =  ोटॉन की सं ा + यूट ॉन की सं ा

           इले   ॉन (Electrons)

           यह नािभक के  चारों ओर घूमने वाला छोटा कण है। इसम  ऋणा क िवद् युत आवेश होता है, िजसका   मान नग  होता है। इले  ॉन पर आवेश
            ोटॉन के  बराबर लेिकन िवपरीत होता है। सामा    थित म  एक परमाणु म  इले  ॉन की सं ा  ोटॉन की सं ा के  बराबर होती है। इसिलए, एक
           परमाणु सम   प से तट थ होता है। एक परमाणु म   ोटॉन या इले  ॉन की सं ा को परमाणु सं ा कहा जाता है।
           एक इले  ॉन पर आवेश, e =1.602 x 10-19 कू लाम

           इले  ॉन का   मान, m = 9x10-31 kg

           एक इले  ॉन की ि  ा, r = 1.9x 10-15 मीटर

           इले  ॉन का e/m अनुपात छोटा होता है। इसका मतलब है िक इले  ॉन का   मान उसके  आवेश की तुलना म  ब त छोटा होता है। यह इले  ॉन के
           गुण के  कारण होता है िक वह ब त गितशील होता है और िवद् युत या चुंबकीय  े  से धीरे-धीरे  भािवत होता है। (Fig 2)

             Fig 2














           एनज  शेल (Energy shell): परमाणु म  इले  ॉन नािभक के  चारों ओर अलग-अलग क ाओं या पथों म  च र लगाते ह  िज   शेल कहते ह । िकसी
           भी क ा म  इले  ॉन की सं ा 2n²  ारा दी जाती है।
           जहाँ ‘nʼ क ाओं की सं ा है। उदाहरण के  िलए, पहली क ा म  - 2X1² = 2 इले  ॉन होते ह ।
           दू सरी क ा म  - 2X2² = 8 इले  ॉन होते ह ... और इसी तरह।

           नािभक से दू री बढ़ने पर इले  ॉन की ऊजा  बढ़ जाती है। इस  कार, दू सरी क ा म  इले  ॉन म  पहली क ा म  इले  ॉन की तुलना म  अिधक ऊजा  होती
           है; तीसरी क ा म  इले  ॉन म  दू सरी क ा की तुलना म  अिधक ऊजा  होती है। यह    है िक अंितम क ा म  इले  ॉनों म  आंत रक क ा म  इले  ॉनों
           की तुलना म  ब त अिधक ऊजा  होती है।
           वैल स इले   ॉन (Valence electron): परमाणु की सबसे बाहरी क ा म  इले  ॉन को वैल स इले  ॉन के   प म  जाना जाता है। वैल स इले  ॉन की
           अिधकतम सं ा 8 हो सकती है। ये वैल स इले  ॉन पदाथ  की भौितक, रासायिनक और िवद् युत गुणों को िनधा  रत करने म  मह पूण  भूिमका िनभाते
           ह । ये इले  ॉन यह िनधा  रत करते ह  िक पदाथ  रासायिनक  प से सि य है या नहीं; धातु या अधातु या गैस या ठोस।

           मु  इले   ॉन (Free electron): वैल स इले  ॉन की ऊजा  िजतनी अिधक होती है, वह नािभक से उतना ही कम बंधा होता है। वैल स इले  ॉन म
           इतनी अिधक ऊजा  होती है िक वे नािभक से िशिथल  प से जुड़े होते ह । ये िशिथल  प से जुड़े वैल स इले  ॉन पदाथ  के  भीतर घूमते रहते ह । वैल स
           इले  ॉन जो नािभक से िशिथल  प से जुड़े होते ह  उ   मु  इले  ॉन के   प म  जाना जाता है। (Fig 3)

             Fig 3












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                                         CITS : पावर - इले   ीिशयन & वायरमैन - पाठ 5 - 12
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