Page 71 - CITS - Fitter - TP (Volume 1) - Hindi
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िफटर- CITS






             Fig 1



















             Fig 2















            ाइंिडंग के  दौरान (During grinding): दोबारा  ाइंड के  िलए एक कुं द िचज़ल ल । इ ेमाल के  कारण िचज़ल कुं द हो जाती है। कु शल िचज़ल के
           िलए, िचज़ल को िनयिमत  प से िफर से शाप  करना चािहए।

            ाइंड करते समय िचज़ल को पकड़ने के  िलए कॉटन के  वे  या अ  मटे रयल का उपयोग न कर ।

           के वल  ील के  सामने वाले भाग का उपयोग कर , िकनारों का नहीं (Fig 3)
             Fig 3

















            ाइंडर   च ऑन कर ।

           िचज़ल के  िकनारे को  ील की सरफे स के  समानांतर रख ; िचज़ल का बॉडी 30° के  कोण पर इस तरह होना चािहए िक 60° का वेज कोण  ा  हो।
           (Fig 5)
           िचज़ल के  बॉडी को टू ल रे  (A) (Fig 5) पर िटकाएँ  और नोक को  ील को छू ने द । (Fig 4 और 5)

           काटने वाले िकनारे को अ िधक गम  होने से बचाने के  िलए दबाव को यथासंभव  ूनतम रख , (नीले रंग यानी एनीिलंग  भाव से बच )।
           किटंग एज पर उ लता  दान करने के  िलए दोनों तरफ़ से पॉइंट को चाप (अक  ) म  घुमाएँ । (Fig 5) एरो ‘Cʼ देख ।

           जब भी ज़ रत हो िचज़ल को कू ल ट म  डुबोएँ  तािक  ादा गरम होने से बचा जा सके ।



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                                               CITS : CG & M - िफटर - अ ास 18
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