Page 45 - CITS - Mechanic Diesel Trade Theory - Hindi
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मैके िनक डीजल - CITS
कानून िनमा ताओं को तं , नीितयाँ और कानून बनाने के िलए े रत िकया तािक ा सेवा दाता अपने जैव-अपिश को पया वरण के अनुकू ल तरीके
से संसािधत कर सक । ा सेवा अपिश के अनुिचत बंधन से ा किम यों, समुदाय के सद ों और पया वरण पर और अ दोनों तरह
के ा प रणाम हो सकते ह । िचिक ा अपिश के अपया जलने से िवषा उ ज न के प म अ प रणाम, या अपया प से अ ी तरह
से योजनाब सामूिहक टीकाकरण अिभयान से तीन से चार स ाह की अविध म लाखों इ ेमाल की गई िस रंजों का उ ादन। जैव िचिक ा अपिश
के वल िचिक ा उपकरणों तक सीिमत नहीं है; इसम दवा, लाल बायोहाज़ड बैग म रखा वे और रोगी की देखभाल के िलए इ ेमाल की जाने वाली
साम ी, जैसे िक कपास और ब ड एड्स शािमल ह । िचिक ा े म ा क के उपयोग की उ मा ा पया वरण के िलए भी एक ख़तरनाक खतरा है।
नॉथ और िह ेन के अनुसार, सभी िचिक ा उपकरणों म 85% िड ोजेबल ा क साम ी का उपयोग िकया जाता है। ा क साम ी पर हमारी
वत मान िनभ रता उनकी अि तीय मताओं म िनिहत है जो ह े , लागत भावी और िटकाऊ होने के साथ-साथ िचिक ा उपकरणों की बाँझपन को
बनाए रखती ह । िचिक ा अपिश जमा से पया वरण म हािनकारक िवषा पदाथ को छोड़ने के गंभीर ा भावों के अलावा, एकल-उपयोग वाले
ा क की इस मा ा को पेश करने से मै ो और माइ ो ा क के कारण होने वाले ा संबंधी नुकसानों को बढ़ावा िमल सकता है।
बायोमेिडकल अपिश भ ीकरण के तरीके (Methods of biomedical waste incineration): मेिडकल अपिश भ ीकरण के तीन कार
ह िनयंि त वायु, अित र वायु और रोटरी भ ा। िनयंि त वायु को भुखमरी-वायु भ ीकरण, दो-चरण भ ीकरण या मॉ ूलर दहन के प म भी जाना
जाता है। यह वह ि या है िजसम अपिश को दहन क म डाला जाता है और दहन वायु सूखने लगती है और अपिश के वा ीकरण को सुगम बनाती
है। प रणाम प, काब न डाइऑ ाइड और अ अित र गैस वायुमंडल म छोड़ी जाती ह । भ ीकरण का दू सरा कार अित र वायु ि या
है। यह िनयंि त वायु ि या के समान है, जैसे िक ाथिमक क बन र ारा दान की गई गम से अपिश को सुखाया, िलत और जलाया जाता है।
हालाँिक, मु अंतर यह है िक अपिश म नमी और वा शील क ोन ट वा ीकृ त हो जाते ह । रोटरी भ े म , ि या ऊपर बताई गई दो ि याओं के
समान है, हालाँिक, यह गीले और सूखे अपिश घटकों को िमलाने म स म होने के मामले म अिधक ब मुखी है और कई अपिश इंजीिनयरों ारा इसे
सबसे अिधक पया वरण के अनुकू ल माना जाता है।
पया वरण पर भाव (Impact on the environment): भ ीकरण ि या के बाद, िवषा राख अवशेष उ होते ह और अ र ल डिफल म
िनपटाए जाते ह । ये ल डिफल िकसी भी अवरोध से सुरि त नहीं होते ह और अवशेषों म भूिमगत जल तक प ँचने की मता होती है जो अ र मानव
उपयोग के संपक म होता है। ा क साम ी के दहन से जहरीली गैस िनकलती ह जो बच जाती ह और सांस लेने यो हवा म िमल जाती ह । ऐसी
गैसों के संपक म आने से मनु और पशु लंबे समय तक सांस लेने और ा संबंधी सम ाओं का कारण बन सकते ह । भ ीकरणकता ओं ारा
होने वाला वायु दू षण ओजोन परत को न करता है, फसल और वन को नुकसान प ँचाता है और जलवायु प रवत न को बढ़ाता है। हवा म ऐसे िवषा
पदाथ और रसायनों के लगातार संपक को पेड़ों और पौधों के िलए हािनकारक माना जा सकता है और अंततः िविश े ों म कु छ पौधों के िवलु होने
का कारण बन सकता है। दू षण और रासायिनक रसाव पेड़ों के फलों को भी भािवत करते ह और उ जहरीला और इसिलए अखा बना देते ह ।
पया वरण के अनुकू ल िवक (Environmentally friendly alternatives): पुन: यो RMW या शाप कं टेनर ल डिफल म भेजे जाने वाले
ा क की मा ा और CO 2 उ ज न को कम करते ह । गैर-भ ीकरण उपचार म चार बुिनयादी ि याएँ शािमल ह : थम ल, रासायिनक, िविकरण
और जैिवक। उपचार ौ ोिगकी का मु उ े रोगजनकों को न करके अपिश को कीटाणुरिहत करना है। आधुिनक ौ ोिगकी ने ऐसे तं ों का
आिव ार िकया है जो िचिक ा पेशेवरों और अ तालों को पया वरण के अनुकू ल तरीके से िचिक ा अपिश का िनपटान करने की अनुमित देगा; जैसे:
ऑटो ेिवंग, ा ा पायरोिलिसस, गैसीकरण, रासायिनक िविधयाँ और माइ ोवेव िविकरण। ये िवक भी अ िधक ब मुखी ह और सभी िविभ
कार के वे के िलए उपयोग िकए जा सकते ह ।
अ संभािवत समाधान (Other possible solutions): वातावरण बनाने के िलए िनगमों और अ तालों की पहल आव क है, ऐसे प रणाम
लागू िकए जा सकते ह , जहाँ यों को जुमा ना भरना होगा, या काम से अवैतिनक िनलंबन का सामना करना पड़ेगा। कं पिनयों और सरकारी संगठनों
को भी गैर-िनयिमत जाँच और तलाशी शु करनी चािहए; इससे अ तालों पर यह सुिनि त करने का दबाव होगा िक पूरे साल वे का उिचत तरीके
से िनपटान िकया जाए। ै क सफाई म अ ताल के कम चा रयों को यह सुिनि त करना होगा िक अ ताल के आस-पास िचिक ा अपिश न
फै लाया जाए या िनयिमत कू ड़ेदानों म न फ का जाए।
ई-वे (E-waste)
इले ॉिनक वे या ई-वे (Electronic waste or e-waste): ागे गए िवद् युत या इले ॉिनक उपकरणों का वण न करता है। उपयोग िकए गए
इले ॉिन जो नवीनीकरण, पुनः उपयोग, पुनः िब ी, साम ी पुन ा के मा म से बचाव पुनच ण, या िनपटान के िलए िनयत ह , उ भी ई-वे
माना जाता है। िवकासशील देशों म ई-वे के अनौपचा रक सं रण से मानव ा पर ितकू ल भाव और पया वरण दू षण हो सकता है। सीपीयू
जैसे इले ॉिनक ै प घटकों म संभािवत प से हािनकारक साम ी जैसे सीसा, कै डिमयम, बे रिलयम या ोिमनेटेड ेम रटाड ट होते ह । ई-वे के
पुनच ण और िनपटान म िमकों और उनके समुदायों के ा के िलए मह पूण जो खम शािमल हो सकता है।
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CITS : ऑटोमोिटव - मैके िनक डीजल - पाठ 01 - 04

