Page 160 - CITS - Electrician - TP - Hindi
P. 160
इले ीिशयन - CITS
चुंबकीय संतृ (Magnetic saturation)
जब ील या लोहे का टुकड़ा उ र का चुंबक ा करने म िवफल रहता है, चाहे िकतनी भी चुंबकीय श बढ़ा दी जाए, तो इसे चुंबकीय संतृ
के प म जाना जाता है।
चुंबक के आणिवक िस ांत के अनुसार, ऐसा तभी होगा जब चुंबकीय पदाथ का ेक अणु चुंबकीय थित म पं ब होगा।
जब िकसी लौहचु कीय पदाथ का B-H व िकसी िनि त िबंदु पर खींचा जाता है तो B-H व समतल हो जाता है और अंततः ैितज रेखा बन जाता है
ैितज रेखा यह दशा ती है िक चु कीय बल (H) म और वृ के िलए घन (B) म कोई वृ नहीं ई है। इस वहार को चुंबकीय संतृ कहा
जाता है। अथा त कोर साम ी म सभी डोमेन पूरी तरह से संरे खत हो गए ह ।
चुंबकीय ेरण (Magnetic induction)
वह ि या िजसके ारा कोई पदाथ , जैसे लोहा या ील, चुंबकीय े ारा चु िकत हो जाता है। े रत चुंबक चुंबक के ुवों से िनकलने वाले े के
बल ारा उ होता है। यह वह ि या है िजसके ारा कोई चुंबकीय पदाथ वा िवक संपक के िबना चुंबक की उप थित से चुंबकीय गुण ा करता है
चुंबकीय ीिनंग (Magnetic screening)
चुंबकीय रेखाएँ िकसी भी मा म से गुजर सकती ह ों िक उनके िलए कोई ात इ ुलेशन नहीं है। जब भी िकसी उपकरण या िडवाइस को चुंबकीय
भाव से बचाने की आव कता होती है, तो उ चुंबकीय प से ीन या प ररि त िकया जाता है।
िकसी थान को चुंबकीय प से परदे से ढका आ तब कहा जाता है जब उस िबंदु पर चुंबकीय बल न हो जाता है। चुंबकीय े म लोहे की अंगूठी
रखकर ऐसा िकया जा सकता है
िवद् युतचुंबकीय प रर ण, िकसी थान म िवद् युतचुंबकीय े को चालक या चुंबकीय पदाथ से बने अवरोधों से अव करके उसे कम करने की
ि या है।
िच म दो िवपरीत ुवों के बीच चुंबकीय बल रेखाओं के िवतरण पर एक वृ ाकार वलय के भाव को दशा या गया है। बल रेखाएँ हवा के बजाय लोहे
की अंगूठी से होकर गुजर गी, और अंगूठी के अंदर कोई बल रेखा नहीं होगी। वह थान जो चुंबकीय बल रेखाओं से भािवत नहीं होता है उसे चुंबकीय
प से परदे वाला थान कहा जाता है।
148
CITS : पावर - इले ीिशयन & वायरमैन - पाठ 26 - 29

