Page 32 - CITS - Fitter - TP (Volume 1) - Hindi
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िफटर- CITS




           5   पीिड़त के   ाभािवक  प से सांस लेने तक कृ ि म  सन जारी रख । कृ पया  ान द , कु छ मामलों म , इसम  घंटों लग सकते ह ।

           6   जब पीिड़त होश म  आए, तो उसे कं बल से गम  रख , गम  पानी की बोतलों या गम  ईंटों से लपेट ; हाथों और पैरों के  अंद नी िह ों को  दय की ओर
              सहलाकर र  संचार को उ ेिजत कर ।

           7   उसे लेटे रहने की   ित म  रख  और उसे खुद पर जोर न डालने द ।

              नोट: जब तक वह पूरी तरह से होश म  न आ जाए, तब तक उसे कोई भी उ ेजक पदाथ  न द ।



           टा  3: शेफ़र की िविध  ारा पीिड़त को पुनज िवत कर
              पीिड़त के  चे  और पेट पर चोट लगने की   ित म  इस िविध का  योग न कर ।

           1 1 पीिड़त को उसके  पेट के  बल िलटाएँ , एक हाथ आगे की ओर सीधा फै लाएँ , दू सरा हाथ कोहनी से मोड़  और चेहरा बगल की ओर करके  हाथ या
              अ भाग पर िटकाएँ  जैसा िक Fig 1 म  िदखाया गया है।

           2  पीिड़त के  ऊपर घुटने टेक  , तािक उसकी जाँघ  आपके  घुटनों के  बीच हों और आपकी उंगिलयाँ और अंगूठे  Fig 1 म  िदखाए अनुसार   त हों।

             Fig 1













           3   बांह को सीधा रखते  ए, धीरे-धीरे आगे की ओर झुक  , तािक आपके  शरीर का वजन धीरे-धीरे पीिड़त की िनचली पसिलयों पर आए, िजससे पीिड़त
              के  फे फड़ों से हवा बाहर िनकल जाए, जैसा िक Fig 2 म  िदखाया गया है।

             Fig 2













           4   अब तुरंत पीछे  की ओर झुक  , िजससे पीिड़त के  शरीर से सारा दबाव हट जाए, जैसा िक Fig 3 म  िदखाया गया है, िजससे फे फड़ों म  हवा भर जाए।


             Fig 3



















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