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वक शॉप कै लकु लेशन & साइंस - CITS
गु ाकष ण के अंतग त गित (Motion under gravity)
िकसी ऊँ चाई से िगरने वाले िपंड का वेग बढ़ता रहता है और ज़मीन से टकराने पर यह अिधकतम हो जाता है। इसिलए गु ाकष ण के तहत तं
प से िगरने वाले िपंड म एकसमान रण होता है। जब गित ऊपर की ओर होती है, तो िपंड गु ाकष ण मंदता के अधीन होता है। गु ाकष ण के
कारण रण को ‘gʼ से दशा या जाता है।
संवेग (Momentum)
यह िकसी िपंड की गित की मा ा है और यह उसके मान और िजस वेग से वह गित कर रहा है उसके गुणनफल के बराबर है। संवेग की इकाई kg
m/sec होगी।
संवेग = मान x वेग
ूटन के िनयम (Newtonʼs laws)
पहला िनयम (First law)
ेक िपंड तब तक िवराम अव ा या एकसमान गित की अव ा म सरल रेखा म बना रहता है जब तक िक उस पर कोई बा बल काय करके उसे
िवराम अव ा या एकसमान गित की अव ा म प रवत न करने के िलए बा न कर दे।
द ू सरा िनयम (Second law)
िकसी गितशील िपंड के संवेग प रवत न की दर उस पर काय रत बा बल के समानुपाती होती है तथा बल की िदशा म होती है।
तीसरा िनयम (Third law)
ेक ि या की सदैव बराबर एवं िवपरीत िति या होती है।
संवेग संर ण का िनयम (Law of conservation of momentum)
जब दो गितशील िपंडों पर जानबूझकर या अनजाने म भाव पड़ता है, तो भाव से पहले िपंडों के संवेग का योग = भाव के बाद संवेग का योग, या
भाव के बाद संवेग म प रवत न शू होता है।
m - एक िपंड का मान और
1
v - वह वेग िजससे वह गित करता है m²- दू सरे िपंड का मान
1
v² - वह वेग िजससे वह गित करता है
संवेग = m x v = िपंड का मान x उसका वेग संवेग प रवत न की दर = िपंड पर काय करने वाला बल
§ (v u) ·
F m ¨ ¸
© t ¹
बल = मान x रण
बल और गित के अनु योग (Applications of Force and Motion)
- बल और गित के िस ांतों को समझना िविभ अनु योगों के िलए आव क है, िजनम शािमल ह :
- इंजीिनय रंग िडजाइन और िव ेषण
- प रवहन णाली
- खेल और एथलेिट
- एयरो ेस ौ ोिगकी
- मशीनरी और उपकरण संचालन
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