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वक शॉप साइंस - CITS
“यिद िकसी िबंदु पर काय करने वाले दो बलों को समांतर चतुभु ज की दो आस भुजाओं ारा प रमाण और िदशा म दशा या जाता है, तो उनके प रणामी
को उस िबंदु से गुजरने वाले समांतर चतुभु ज के िवकण ारा प रमाण और िदशा म दशा या जाता है”।
C से OA पर लंबवत CD खींच । OC2 = OD2 + DC2)
मान ल α = दो बलों P और Q के बीच का कोण = ∠AOB लेिकन OC
अब ∠DAC = ∠AOB (संगत कोण) = α OD = O + AND = P + Q cos α
समांतर चतुभु ज OACB म , AC समांतर है और OB के बराबर है। और
• ∴ AC = Q DC = Q sin α
2
ACD ि भुज म ∴R = (P + Q cos α) + (Q sin α) 2
2
= P + Q cos α + 2PQ cos α + Q sin α
2
2
2
2
2
AD = AC cos α= Q cos α
2
2
2
2
= P + Q (cos α + sin α) +2PQ cos α
CD = AC sin α = Q sin α
2
2
= P +Q +2PQ cos α ( cos α + sin α = 1)
2
2
OCD ि भुज म
प रणामी प रमाण (Magnitude of Resultant (R)) ∴R = P2 +Q2 + 2PQCosα
• Direction of Resultant
Let = Angle made by resultant with OA.
Then from triangle OCD,
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CITS : वक शॉप कै लकु लेशन & साइंस - यांि क - अ ास 4

