Page 307 - CITS - Electronic Mechanic - TT - Hindi
P. 307

इले   ॉिन  मैके िनक - CITS




           इले   क आयरन म , हीिटंग एिलम ट सोल  ेट और  ेशर  ेट के  बीच मौजूद होता है। इसे दो  ेटों के  बीच ज़ोर से दबाया जाता है। हीिटंग एिलम ट म
           माइका की एक शीट के  चारों ओर लपेटा  आ िन ोम वायर होता है। िन ोम वायर के  दो िसरे कॉ ै       से जुड़े होते ह । कॉ ै       आयरन
           के  टिम नलों से जुड़ी होती ह । हीिटंग मटे रयल म  माइका को चुनने के  दो कारण ह । माइका एक ब त ही अ ा इंसुलेिटंग मटे रयल है। इसके  अलावा
           माइका ब त अिधक टे रेचर को भी झेल सकता है। माइका शीट, िन ोम वायर और कॉ ै       की पूरी अस बली को एक साथ  रवेट िकया जाता
           है, िजससे यांि क  प से मजबूत और मज़बूत संरचना बनती है। एक ए े स शीट होती है, जो हीिटंग एिलम ट से टॉप  ेट को अलग करती है और
           थम ली इंसुलेट करती है।
           7  थम  ेट (Thermostat): थम  ेट इले   क आयरन का एक मह पूण  क ोन ट है जो इसके  टे रेचर को रेगुलेट करता है। थम  ेट श  ब त
              आम है  ों िक टे रेचर कं ट ोल से संबंिधत कई होम ए ायंस म  इसकी उपयोिगता है। थम  ेट श  दो श ों ‘थम ʼ (हीट) और ‘ ेिटसʼ (  थित
              या   थर) का संयोजन है। थम  ेट का मु  काय  िकसी िनि त सेिटंग म  हीट को   थर रखना है।
           इले   क आयरन म  थम  ेट का मु  काय  यह सुिनि त करना है िक अगर आयरन को कु छ समय के  िलए िबना देखे छोड़ िदया जाए तो यह ब त
            ादा गम  न हो जाए। मैके िन  इस  कार काय  करता है।
           जब इले   क आयरन म  कॉइल के  मा म से इले   क करंट पा रत िकया जाता है, तो कॉइल ब त गम  हो जाता है। कं ड न के  मा म से ऊ ा को
           इले   क आयरन की  ैटबेस  ेट म  ट ांसफर िकया जाता है िजसका उपयोग हमारे कपड़ों को इ ी (iron) करने के  िलए िकया जाता है।

















           8  बाइमटैिलक    प (Bimetallic Strip): आयरन म  थम  ेट बाइमटैिलक    प का उपयोग करता है। यह बाइमटैिलक    प दो अलग-अलग
               कार की मेटल ( ास और आयरन) से बनी होती है, िजनका िव ार गुणांक अलग-अलग होता है। इसिलए, हीट की उप  थित म , बाइमटैिलक    प
              अलग-अलग तरीके  से फै लती है। मैटेिलक    प छोटे िपनों के  मा म से संपक     ंग से जुड़ी होती है।

           बाइमटैिलक    प म म टे रेचर पर कांटे  पॉइंट के  साथ िफिजकल कांटे  म  रहती है। हालाँिक, एक िनि त सीमा से ऊपर के  लोहे (iron) के
           टे रेचर पर,    प कम िव ार गुणांक वाली मेटल की ओर झुक जाती है। इस पॉइंट पर,    प कांटे  पॉइंट से भौितक  प से जुड़ना बंद कर देती
           है और सिक  ट के  खुलने के  कारण करंट  ो होना बंद हो जाता है।





















           a  जब आयरन नाम ल टे रेचर पर हो (b) जब आयरन ब त  ादा गम  हो जाए
           जब तक सिक  ट खुला रहता है, आयरन का टे रेचर कम होता रहता है, िफर    प अपनी मूल   थित म  वापस आ जाती है और करंट िफर से बहने
           लगता है. यह साईकल तब तक चलता रहता है जब तक िक मेन इले   िसटी  से पावर स ाई ऑफ नहीं हो जाती. यही मु  कारण है िक आपका
           आयरन इले   क सोस  से कने  होने पर अपने आप ऑन और ऑफ हो जाता है.



                                                           295

                                CITS : इले   ॉिन  & हाड वेयर - इले   ॉिन  मैके िनक - पाठ 160 - 179
   302   303   304   305   306   307   308   309   310   311   312