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िफटर - CITS
शासन के ित िज ेदारी (Responsibility towards the administration)
एक अनुदेशक के प म वह ट ेनी और शासन के बीच की कड़ी है, उसे
• शासन के ित वफादार और ईमानदार होना चािहए।
• ट ेनी को काय नीितयों का दुभािषया और संचारक तथा शासन को सहायता दान करने वाला होना चािहए।
• ऐसा जो अनाव क िनपटान करके मटे रयल को बबा द न करे।
• अनुशासन बनाए रखने म स म होना चािहए तथा िकसी भी घटना के घिटत होने की सूचना शासन को देना चािहए।
उ ोगों के ित िज ेदारी (Responsibility towards the industries): चूंिक औ ोिगक ित ान लाभाथ ह , इसिलए अनुदेशक को चािहए:
• दैिनक िवकास के िलए ट ेिनंग काय म म बदलाव का सुझाव देना
• उ ोगों म नवीनतम तकनीक, इ पम ट, मटे रयल के बारे म खुद को अपडेट रखना।
• फी िविजट और ेसम ट आिद के मा म से उ ोगों के साथ संपक बनाए रखना।
समाज और रा के ित िज ेदारी (Responsibility towards the society and nation): िश ण िकसी िवशेष ापार म कौशल और ान
दान करने से कहीं अिधक है। ट ेिनंग समाज के िवकास के िलए भी होना चािहए और पूरे रा को लाभा त करना चािहए।
इसके िलए िश क िश ािथ यों को िन िल खत तरीकों से भािवत कर सकता है: (For this the instructor can influence the learners
by)
• समाज के ित िज ेदारी की भावना िवकिसत करना।
• उ यह एहसास िदलाना िक जब उ समाज से कु छ िमलता है तो उ समाज म भी योगदान देना चािहए।
• एक ऐसे समाज का िनमा ण करना जो अंततः एक रा के िनमा ण म मदद करे। ट ेनी को रा िनमा ण की यह भावना िवकिसत करनी चािहए।
यं के ित िज ेदारी (Responsibility towards herself/himself): िश क का काम ब त ही नेक होता है और इस काम को करने के दौरान
उस पर ब त सारी िज ेदा रयाँ आ जाती ह ।
• उसे अपने पेशे के ित ईमानदार और ईमानदार होना चािहए।
• अपने को िवकिसत करने के िलए अिधकतम यास करना चािहए।
• मधुर वहार िवकिसत करना चािहए।
• पेशे की ग रमा को बनाए रखना चािहए।
• अ ा ा बनाए रखना चािहए और ान को अ तन रखना चािहए।
• िश ण म िच लेनी चािहए।
पेशे के ित िज ेदारी (Responsibility towards the profession): िश क को िश ण और सीखने की ि या को बेहतर बनाने के िलए अपने
ान और कौशल को लगातार अपडेट करना होता है। िश ण-अिधगम की ि या को बेहतर बनाने का मतलब होगा नवीन रणनीितयों और तकनीकों
का पालन करना जो ट ेिनंग काय मों म मह पूण सुधार लाएं गे।
वह ऐसा कर सकता है (He can do this by)
• नवीन तरीकों के ित सकारा क ि कोण अपनाकर।
• शोध िन ष के प रणामों की मूल बात और अनु योग को समझना,
• बेहतर और परखी ई नई रणनीितयों और तकनीकों का पालन करना,
• आ -सुधार के िलए -अ यन साम ी का उपयोग करना
• उ ादक िश ण म सहायता करने वाले िविभ िस ांतों और कारकों की पहचान करना और पा म साम ी िवकिसत करना और उनका
सावधानीपूव क उपयोग करना।
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CITS : पूंजीगत सामान & िविनमा ण - िफटर - पाठ 2

